एक खुला पत्र .. शक्तिसिंह गोहिल के नाम .
शक्तिसिंह गोहिल जी
नेता प्रतिपक्ष
गुजरात विधानसभा
कमरा नम्बर - २२०
विषय :- आपके बार बार छोड़े जा रहे शगूफे पर कि जब कांग्रेस सत्ता मे आएगी
तब पूरे भारत से सबसे कम दाम पर पेट्रोल और डीजल गुजरात मे बिकेगा |
महोदय : मै आपसे निम्न सवालों का जबाब विस्तार से चाहता हूँ
१- जिन राज्यों मे कांग्रेस सत्ता पर है वहाँ पेट्रोलियम सस्ता क्यों नही है ?
२- गुजरात मे करीब पैतीस सालो तक कांग्रेस सत्ता पर रही है लेकिन उस समय
तो गुजरात मे देश के दूसरे राज्यों से सबसे ज्यादा महंगा पेट्रोलियम बिकता
था .. उस समय कांग्रेस ने सस्ता क्यों नही बेचा ?
३- अगर सच मे
कांग्रेस को गुजरात के लोगो की बहुत चिंता है तो गुजरात कांग्रेस केन्द्र
की कांग्रेस सरकार से कह कर केन्द्र सरकार जो पेट्रोलियम पर टैक्स वसूलती
है उसे गुजरात के लिए खत्म क्यों नही करवा देती ?
४- आज गुजरात
सरकार पेट्रोल पर २३% वैट और डीजल पर २१% वैट वसूलती है लेकिन केन्द्र
सरकार विभिन्न प्रकार के टैक्स मिलाकर कुल ३६% टैक्स वसूलती है ..
आपको २३% टैक्स जो गुजरात सरकार वसूलती है वही क्यों दिखता है ? अगर आप सच
मे ईमानदार है तो फिर आप केन्द्र से ३६% टैक्स खत्म क्यों नही करवाते ?
आखिर जनता से झूठे वायदे क्यों ? कांग्रेस अगर आज चाहे तो गुजरात मे आज ही
पेट्रोल ३६% सस्ता हो सकता है उसके लिए आपको गुजरात की सत्ता की क्या
जरूरत है ?
केन्द्र मे तो आपकी पार्टी की ही सरकार है | आपको तो कुछ
करना ही नही है .. अब केन्द्र सरकार से कहकर एक मिनट मे गुजरात के लिए सारे
केंद्रीय टैक्स को खत्म करवा देना है |
५- जैसा की हम सब जानते
है कि गुजरात मे शराबबंदी है इसलिए गुजरात सरकार के पास वैट और कुछ दूसरे
छोटे मोटे टैक्स को छोडकर और कोई भी रेवेन्यू का साधन नही है | फिर ऐसे मे
अगर गुजरात सरकार वैट हटा दे तो तो फिर आप दूसरे विकास के कार्यों के लिए
रेवेन्यू कहा से लायेंगे ?
आप बार बार जनता से सिर्फ झूठे वायदे
करके उसे सब्जबाग दिखा रहे है जैसे कोई सड़क छाप आशिक किसी नाबालिक लड़की को
झूठे सब्जबाग दिखाकर उसे घर से भागकर दिल्ली या मुंबई के कोठे पर बेच देता
है ..
अगर आप सच मे ईमानदार है तो जनता के सामने इसका एक ब्लूप्रिन्ट क्यों नही पेश करते ?
शक्तिसिंह गोहिल जी देश की जनता अब बहुत जागरूक हो चुकी है .. उसका उदाहरण
यूपी मे आपके युवराज को अच्छी तरह से मिल चूका है . झूठे वायदों से जनता
को अब मुर्ख नहीं बनाया जा सकता ..
आशा है की आप मेरे पत्र का जबाब जरूर देंगे ..
जितेन्द्र प्रताप सिंह
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