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Tuesday, October 9, 2012

Φ कभी आंसू कभी खुशी बेची ▐

ƪJugal Eguru Φ कभी आंसू कभी खुशी बेची ▐

कभी आंसू कभी खुशी बेची,
हम गरीबो ने बेकसी बेची,

कुछ साँसे खरीदने के लिए,
रोज़ थोडी सी ज़िंदगी बेची,

...

जब रुलाने लगे मुझे साये,
मैंने उकता के रौशनी बेची,

एक हम थे के बिक गए ख़ुद ही,
वरना दुनिया ने दोस्ती बेची,

- TO MY THOSE PEOPLE, WHO TOLD ME I WAS THEIR...!
But I fool, Can't Understood ! It doesn't mean they are mine!

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