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Monday, September 3, 2012

“थोरीयम घोटाला”सिर्फ 48लाख करोड़~कांग्रेस आखिर राम सेतु को तोडना क्यों चाहते है..

(6) स्व॰ श्री राजीव दीक्षित जी की याद में

कांग्रेस और अमेरिकेन अगेंट मनमोहन 'कोयला' सिंह आखिर राम सेतु को तोडना क्यों चाहते है...आज लोग 48 लाख करोड़ के thorium घोटाले का जिक्र कर रहे है जिसके बारे में राज...
ीव् भाई ने पहेले ही कह दिया था.
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श्री राजीव भाई कहते है जब भारत ने परमाणु बोम्ब ब्लास्ट किया था तो अमेरिका ने भारत को यूरेनियम देना बंद कर दिया था, अमेरिका ने भारत की कंपनियों के ऊपर पाबंधिया लगाई फिर अचानक अमेरिका के दिल में इतनी दया कैसे ई के भारत को यूरेनियम देना है ?
असल बात कुछ और है और वो बात बहुत गहरी है | भारत के वैज्ञानिक पिछले कई वर्षो से ये खोजने में लगे हुए है के यूरेनियम के अतिरिक्त और कोनसा हमारे पास रेडियो एक्टिव इंधन है जिससे हम बोम्ब बना सके या बिजली भी बना सके | Atomic Energy Commission के ६००० वैज्ञानिक पिछले ४० सालो से इसी काम में लगे हुए है | उनको पता चला के भारत के तमिलनाडु , केरल का जो समुद्री एरिया है उहाँ पर बहुत बड़ी मात्रा में ऐसा रेडियो एक्टिव इंधन है जिससे अगले १५० साल तक बिजली बनायीं जा सकती है और दुसरे देशो से भीख मांगने की भी जरुरत नही होगी | डॉ कालाम का कहना था के ४ लाख Mega-watt बिजली हर घंटे अगले १५० साल तक बना सकते है |
अब अमेरिका की नज़र हमारे उस इंधन पे है और वो चाहता है भारत उस इंधन को अमेरिका को दे और बदले में अमेरिका थोडा यूरेनियम हमको दे | इस खेल को पूरा करने के लिए अमेरिका श्री राम सेतु को तोड़ना चाहते है उनके एजेंट मनमोहन सिंह के जरिये क्योंकि वैज्ञानिको ने पता लगाया है के श्री राम सेतु के निचे ही सबसे जादा रेडियो एक्टिव इंधन है |

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